लेखनी प्रतियोगिता -14-Sep-2022 हम हिन्दुस्तानी है
शीर्षक :- हम हिन्दुस्तानी है
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सौम्या व प्रिया दोपहर को बाजार से आये थे सौस्या ने अपने आगे खडी़ गाडी़ से एक औरत को उतरते हुए देखा। वह एक सुनादर सी बनारसी साडी़ पहने हुई थी।
सौम्या अपनी नाक व भौहे सिकोड़ते हुए बोली," आज यह हमारी सोसाइटी में कौन अनपढ़ औरत आगयी है जिसे यहाँ के कायदे व कानून नही मालूम हैं कि यह कितनी हाई फाई सुसाइटी है यहाँ साडी़ पहनना मना है। "
प्रिया बोली," शायद वह यहाँ पहलीबार आई हैं इसे समझाना होगा। कि यहाँ रहना है तो हमारे नियम व कानून तो मानने ही होंगे।"
" तू सही कह रही है प्रिया इसे चलकर समझाते है?" इतना कहकर वह दोंनौ काजल के पास पहुँच गयी।
उस औरत का नाम काजल ही था। वह एक प्रसिद्ध डाक्टर थी उसका अभी कुछ दिन पहले ही यहाँ के सरकारी अस्पताल मे तबादला होकर आया था परन्तु सरकारी क्वाटर खाली नहीं था इस लिए वहाँ वह इस सुसाइटी में रहने चली आई थी।
" हैल्लो मैडम क्या नाम है तुम्हारा यहाँ इस सुसाइटी में रहने आई हो अथवा किसी से मिलने?", सौम्या रौब झाड़ते हुए बोली । उसने यह सब इंगलिश में पूछा था।
"आपको इससे क्या लेना मै यहाँ किसी से मिलने आई अथवा यहाँ रहने आई हूँ। यह सब तो यहाँ का गार्ड पूछ सकता है।". काजल ने जबाब दिया।
"मैडम यहाँ पर हिन्दी बोलना मना है । मैने इंगलिश में पूछा है जबाब भी इंगलिश में ही दो।", सौम्या ने इंगलिश में ही पूछा।
"मैडम हिन्दी हमारी मातृभाषा है। मुझे हिन्दी बोलने में शर्म नहीं आती है । आपको शर्म आती होगी। मुझे तो हिन्दी बोलने पर गर्व होता है।" काजल ने जबाब दिया।
"तुम लोग ठहरे गवांर? तुम जैसी औरतै हमारी सोसाइटी का नाम खराब करैगी। मैडम यहाँ रहना है तो इंगलिश तो बोलनी पडे़गी। देखो अभी तक साडी़ बांधती हो। जीन्स व टी शर्ट पहनो ।यह क्या अभी तक वही साडी। पहनकर घूँमरहीहो।" इस बार प्रिया बोली।
जब वह आपस में बहस कर रही थी उसी समय उस सुसाइटी के प्रैसीडेन्ट ने आकर काज़ल से कहा," आप कब आई मैडम ? मै तो कबसे आपकी प्रतीक्षा कर रहा था। आपके फ्लैट की सफाई करवादी है और सब सामान सैट करके लगवा दिया है फिरभी कोई कमी रहगयी हो तो नीचे गार्ड को बतादेना। वह इन्तजाम करवा देगा । आपके पास मेरा नम्बर तो है ही आप मुझे रिंग करदेना।"
प्रैसीडैन्ट के द्वारा इतने आदर से बात करने पर वह दोनौ सोचने लगी कि यह तो कोई बडी़ अफसर मालूम होरही है। हमने तो इसको कितना बुरा भला कह दिया। अब क्या होगा ?"
इसके बाद प्रैसीडैन्ट ने काजल का परिचय कराते हुए कहा," यह हमारे शहर के सरकारी अस्पताल की सी एम ओ काजल अग्रवाल है। इनका अभी दो दिन पहले ट्रान्सफर होकर आया है। अब यह कुछ दिन हमारी सुसाइटी की महमान बनकर यहाँ रहेगी।
अब वह दोनौ वहाँ से चुपचाप चलींगयी। जब उनकी मुलाकात दुबारा काजल से हुई तब वह उनसे माँफी माँगती हुई बोली," मैडम हमें माँफ करना हम दोंनौ ने उस दिन आपको इतना कुछ बोल दिया परन्तु आपने कुछ नही कहा।
काजल बोली," देखो हम सबसे पहले हिन्दुस्तानी है हमें अपनी भाषा बोलते हुए गर्व होना चाहिए। जैसे चीन चाइनी बोलता है जापान का रहने वाला जापानी रूह रूसी बोलने पर गर्व करता है वैसे ही हमें भी हिन्दी बोलने पर गर्व होना चाहिए। हमारा पहनावा साडी़ है हमें कभी भी इसका मजाक नहीं करना चाहिए। अब तो अमेरिका व इंगलैन्ड की औरते साडीँ पहनने लगी है।
"सारी मैडम आप हमें भी साडी़ पहनना सिखादैं हम भी पहनेगी। अब हम हिन्दी में ही बात करैगी।" सौम्या बोली।
काजल बोली ' देखो भाषा कोई बुरी नही होती है। लेकिन अपनी मातृभाषा को कभी भी नहीं भूलना चाहिए।
इसके बाद वह तीनौ आपस में दोस्त होगयी। और हिन्दी बोलने लगी।एवं साडी। पहनने लगी।
आज की दैनिक प्रतियोगिता हेतु रचना
नरेश शर्मा " पचौरी ं "
14/09/2022
Palak chopra
28-Sep-2022 10:16 PM
Nice 🌺🙏
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Raziya bano
28-Sep-2022 09:49 AM
Nice
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Gunjan Kamal
28-Sep-2022 09:26 AM
बहुत ही सुन्दर
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